राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का उदयपुर दौरा: मेवाड़ के राजपरिवार के साथ ऐतिहासिक चर्चा
उदयपुर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के आमंत्रण पर राजमहल उदयपुर में दोपहर 2:02 बजे कदम रखा। इस मौके पर माननीय लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने मेवाड़ी परंपरा के अनुसार राष्ट्रपति का गर्मजोशी से स्वागत किया, जिसके लिए राष्ट्रपति ने भी अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।
डॉ. लक्ष्यराज का विवाह उड़ीसा के निवृत्ती कुमारी से हुआ है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के बीच एक विशेष संबंध स्थापित हो सकता हैं क्योंकि राष्ट्रपति मुर्मू भी उड़ीसा की निवासी हैं।
राष्ट्रपति के आगमन पर लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े और डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा का भी स्वागत किया। उनके साथ, राष्ट्रपति और डॉ. लक्ष्यराज के बीच वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप और राणा सांगा सहित मेवाड़ के प्रतापी महाराणाओं के त्याग, बलिदान, और शौर्य पर गहन चर्चा हुई।
इस चर्चा में, राष्ट्रपति मुर्मू और डॉ. लक्ष्यराज ने मेवाड़ और उड़ीसा के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के महत्व पर भी विचार-विमर्श किया। विशेषकर, राष्ट्रपति मुर्मू की पत्नी निवृत्ती कुमारी, जो कि डॉ. लक्ष्यराज की पत्नी हैं, उड़ीसा की निवासी हैं, इस संबंध को और भी महत्वपूर्ण बनाते हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस अवसर पर मेवाड़ की समृद्ध संस्कृति और परंपरा की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से वीर महाराणाओं के योगदान की महत्ता पर जोर दिया। राष्ट्रपति मुर्मू ने मेवाड़ के विकास में सरकार की योजनाओं के प्रति भी अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
इस ऐतिहासिक मुलाकात के बाद, राष्ट्रपति मुर्मू ने दोपहर 3:34 बजे राजमहल से महाराणा प्रताप एयरपोर्ट डबोक के लिए प्रस्थान किया। उनके इस दौरे ने मेवाड़ और उड़ीसा के बीच रिश्तों को और मजबूत करने का एक नया अध्याय खोला है, जो आगे चलकर सांस्कृतिक और राजनीतिक सहयोग को बढ़ावा देने में सहायक हो सकता है।
ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा भी इस अवसर पर उपस्थित थे, जिन्होंने राष्ट्रपति की यात्रा को सफल बनाने में सहयोग किया। यह दौरा न केवल एक औपचारिकता थी, बल्कि क्षेत्रीय सहयोग और सांस्कृतिक समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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